Yashu has a competition for Hindi Story Telling on Thursday. I choose the story "ईमानदार लकड़हारा" and for that I have prepared three axes as a prop.
I hope it will work for her and she will do good in her Competition.
I have made these with sparkled and matte finished foam sheets.
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Story
एक गरीब लकड़हारा था । लकड़ियां काट कर किसी तरह से अपना गुज़ारा करता था । एक दिन वह जंगल में लकड़ियां काटने गया । लकड़ियां काटते समय उसकी कुल्हाड़ी उसके हाथ से छूटकर नदी में गिर गयी । वह दुखी हो कर बैठ गया और सोचने लगा कि अब वह अपने परिवार के लिए धन कैसे जुटाएगा?
उसकी यह दशा देख कर नदी के देवता को उस पर दया आ गयी और उन्होंने नदी में डुबकी लगा कर एक सोने कि कुल्हाड़ी निकली और लकड़हारे को दिखाते हुए पुछा, "क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है?" लकड़हारे ने कहा, "हे देवता, मुझ गरीब के पास सोने की कुल्हाड़ी कहाँ से आएगी? यह मेरी कुल्हाड़ी नहीं है ।" नदी के देवता ने फिर से पानी में डुबकी लगायी औए एक चांदी की कुल्हाड़ी निकाल कर पुछा, "क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है ?" लकड़हारे ने कहा,"नहीं यह भी मेरी कुल्हाड़ी नहीं है ।" अंत में नदी के देवता ने डुबकी लगायी और लोहे की कुल्हाड़ी निकली, जिसे देखा कर लकड़हारा खुश हो गया और बोला, " यह ही मेरी कुल्हाड़ी है ।"
नदी के देवता उसकी ईमानदारी पर खुश हो गए और उसे तीनो कुल्हाड़ी दे दीं । लकड़हारा ख़ुशी-ख़ुशी अपना जीवन व्यतीत करने लगा ।
शिक्षा : ईमानदारी ही सबसे बड़ा धन है ।
Awesome Ma'm...This blog is reminding us our childhood...
ReplyDeleteThank you so much Anubrij..
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